आपने सुना होगा कैसे भगीरथ, अयोध्या के इक्ष्वाकु वंशी राजा अपनी अटूट तपस्या और बल पर गंगा को स्वर्ग से धरती पर लाये थे। आज आपको गाथा सुनाते है चांदवड़ के भगीरथ भूषण जयचंद कासलीवाल से। भूषण कासलीवाल जो की अभी भारतीय जनता पार्टी से है और चांदवड के नगराध्यक्ष के रूप में कार्यरत है.। अपने उत्कृष्ट कार्यों, पवित्र चरित्र और लोगों की समस्याओं का हल करने के लिए जाने जाते है। भूषण कासलीवाल वह व्यक्ति है जिनके साहस और योगदान से चांदवड़ में पय-जल आपूर्ति हुई है, अरसों से जिस इलाके में पानी नहीं था सुखा रहता था, आज वहाँ चौबीसों घंटे और सातों दिन पानी आ रहा है।
भूषण के पिता जयचंद दीपचंद कासलीवाल चांदवड़, तीन बार लगातार चांदवड़-देवला से भारतीय जनता पार्टी से विधायक चुने गये थे। सदैव अपने लोगों के लिए काम करने वाले जयचंद दीपचंद पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को पहली बार चांदवड़ लाये थे और तब कई समस्याओं के हल उनसे करवाए थे। अपने पिता की नक्शे कदमों पर आज भूषण कासलीवाल भी चल रहे है और उन्होंने अपने आप को जनसेवा के प्रति समर्पित कर दिया है। चांदवड़ के लोग अपना सुख-दुःख, आंसू-खुशियाँ सब भूषण कासलीवाल के साथ सांझा करते हैं। आज भूषण कासलीवाल चांदवड़ में उनके काम के लिए जानते है, उनके कामों और निश्छल छवि के कारण चांदवड़ के निवासियों के बीच ‘भूषण भैय्या’ के नाम से मशहूर है।
चांदवड़ के लोग जाने कितने वर्षों से पानी की सुविधा से वंचित थे, हफ्तों-हफ्तों पानी नहीं आने के कारण लोग बहुत परेशान थे, चांदवड़ के लोगों को चालीस से पचास किलोमीटर दूर जाना पड़ता था पानी के लिए। भूषण पिता जयचंद दीपचंद कासलीवाल कई पानी की सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए कई योजनाओं की शुरुआत की थी। लेकिन जनसंख्या बढने से वो भी अधूरी पड रही थी। भूषण कासलीवाल नगर पालिका परिषद के प्रथम अध्यक्ष बनें और उन्होंने पाणी की समस्या को प्राथमिकता देकर चालीस किलोमीटर लंबी पाइपलाइन बिछवाई थी और अपने पिता जी का और चांदवड़ के निवासियों का सपना सच किया।
इस प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने महाराष्ट्र के तत्कालिन मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणविस से लगातार बातचीत की और राज्य सरकार के सामने भी लगातार यह मुद्दा उठाया उसी के परिणाम स्वरूप पानी की सुविधा के लिए 65 करोड़ का कोष एवं धन स्वीकृत करवाया और चांदवड़ के न केवल 40 हज़ार से ज्यादा लोग इसका लाभ मिलेगा बल्कि चांदवड़ के आस-पास वाले क्षेत्र भी इसका फायदा उठा रहे है। इस पेय-जल से जल पीने के लिए जो जल आपूर्ति होगी ही साथ-ही-साथ चांदवड़ के किसानों की सिंचाई समस्या का भी समाधान हुआ है जिसकी वजह से फसल भी अच्छी होगी। आज के इस जमाने में अपनी लगन और मेहनत के बल पर मात्र 40 साल के भूषण कासलीवाल चांदवड के लोगों के लिए भागिरथ का रुप बनकर उभरें है। अगर देश के सभी राजनेता इस नक्शे कदम पर चले तो देश से समस्यायें ही खत्म हो जायेगी।
साफ़ पानी चौबीस सौ घंटे उपलब्ध होने के अलावा भूषण जयचंद कासलीवाल ने अन्य कई विकास संबंधी कार्यों की नींव रखी है जैसे सौर ऊर्जा परियोजनाएँ, आवास योजना की अंतर्गत आवास कार्यों को अंजाम देना, शहर में गॅस पापईपलाईन बिछाना एवं अन्य परियोजनाएँ। भूषण कासलीवाल व्यवस्थित एवं संगठित कार्यप्रणाली में यकीन रखते है। इनके प्रशंसनीय एवं सराहनीय कार्यों के लिए इन्हें कई खिताबों एवं पुरस्कारों से नवाज़ा जा चूका है, कुछ नामित पुरस्कार है; समाजभूषण पुरस्कार, जीवनगौरव पुरस्कार, भारतीय जनता पार्टी द्वारा सुशासन पुरस्कार तथा अन्य ।
भूषण जयचंद कासलीवाल निष्ठा और समर्पण से अपने कार्यों एवं जिम्मेदारियों का वहन रहे है और, और बेहतर करने का निरंतर प्रयास करते है।