धामपुर का हीरो नाम से विख्यात हैं समाजसेवी विवेक सेन

बिजनौर। संकल्प सेवा समिति की स्थापना वर्ष 2018 में धामपुर के फूलबाग कॉलोनी निवासी समाजसेवी विवेक सेन ने की थी। उनके साथ इस संस्था में जावेद अंसारी, शिवम कुमार, विपुल चौधरी, वैभव चौहान, अर्जुन सिंह, सुखवीर सिंह सहित कुछ अन्य युवा हैं। इन सभी के माध्यम से करीब 70 अन्य युवा अप्रत्यक्ष रूप से इस संस्था से जुड़े हैं। विवेक बताते हैं कि वैसे तो उनकी संस्था का प्रमुख कार्य समाजसेवा करना है लेकिन उन्होंने फेसबुक पर एक पेज बनाया हुआ है। इस पेज से करीब 24 हजार लोग जुड़े हैं। जब किसी को खून की आवश्यकता होती है वे फेसबुक पर मैसेज लिख देते हैं और संस्था से जुड़ा कोई भी युवा खून देने पहुंच जाता है। विवेक बताते हैं कि उनकी संस्था से बिजनौर के अलावा मुरादाबाद में भी कई युवा जड़े हैं।

उनके साथ जुड़े युवा खाद्य सामग्री एकत्रित करने के लिए खुद ही पैसा एकत्रित करते हैं, लेकिन इस सब नेक कार्य में विवेक की मां उर्मिला देवी इस  बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। विवेक बताते हैं कि मां ने लॉक डाउन में जगह-जगह फंसे गरीबों और अन्य लोगों के लिए सुबह-शाम खाना तैयार करना शुरू कर दिया। करीब ढाई सौ लोगों का खाना हर रोज तैयार करने के बाद पैकेटों में भर कर बांटा गया। उर्मिला देवी ने बताया कि गरीबों की भूख के सामने उनकी ये मेहनत कुछ नहीं है। उनका हाथ बंटाने के लिए पड़ोस की ही महिला धर्मवती देवी के अलावा दीपक चौबे, सरिता आदि भी मदद करते हैं।

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घुमंतू परिवारों के बने सहारा- कोरोना कॉल में सभी को भारी परेशानियों से जूझना पड़ा, लेकिन गरीबों को इसकी मार अधिक झेलनी पड़ी। धामपुर और आसपास के क्षेत्रों में बगदाद अंसार रोड और स्योहारा रोड पर कई ऐसे घुमंतू परिवारों को खाने तक के लाले पड़ गए थे। एक घुमंतू ने बताया कि जब वह एक-एक दाने के लिए तरस रहे थे, तब समाजसेवी विवेक सेन ने परिवार के बच्चों और अन्य लोगों को खाने के लिए भोजन के पैकेट बांटे।

धर्म नहीं जरूरी- संस्था में हिंदू और मुसलमान युवा जुड़े हैं। इनके लिए धर्म कभी आड़े नहीं आता। राम को खून की जरूरत पड़ती है तो रहीम तैयार रहता है और रहीम को खून की जरूरत होती है तो राम खून देने के लिए तैयार रहता है। संस्था सदस्यों का ये सांप्रदायिक सौहार्द भी क्षेत्र में चर्चा का विषय है।

आए दिन फेसबुक पर मदद के मैसेज आने और उनकी जरूरतों को पूरा करने का ये काम संकल्प सेवा समिति के सदस्य और पदाधिकारी कर रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय बेटी दिवस पर भी इस एनजीओ के सदस्य ने नहटौर की बिटिया अदीबा को खून दान किया।

ऐसे ही किसी कार्य से बिजनौर गए भीम आर्मी जिला उपाध्यक्ष विवेक सेन ने लौटते समय रास्ते में देखा कि एक युवक पीछे बैठी वृद्धा को हाथ से पकड़ कर दूसरे हाथ से बाइक चला रहा है। ऐसा दृश्य देखकर विवेक सेन ने सहानुभूतिपूर्वक उनकी बाइक रुकवा कर पूरे मामले की जानकारी की, तो पता चला बाइक चला रहा युवक महिला का पुत्र है तथा वृद्ध महिला मुरादाबाद से दवाई लेकर लौट रही थी। रास्ते में तबीयत बिगड़ने पर कमजोरी की अवस्था में वह बाइक पर बैठने में भी लाचार थी। यह वाकया सुनकर विवेक सेन का दिल पसीज गया तथा उन्होंने अपनी आन-बान और शान नीला गमछा सड़क पर बिछा दिया तथा उस पर वृद्ध महिला को लेटा दिया। कुछ देर आराम करने के बाद जब महिला की स्थिति में सुधार हुआ, तो महिला को उन्होंने अपनी गाड़ी से अपने दोस्त सनी सिंह जाटव के द्वारा घर तक पहुंचा दिया। विवेक सेन की इस दरियादिली व कुशल व्यवहार पर वृद्ध महिला के परिजनों ने उनकी जमकर सराहना की।

वहीं स्योहारा थाना क्षेत्र के ग्राम महमूदपुर सानी में दामाद ने पत्नी के ससुराल न जाने पर सास-ससुर को चाकू गोद कर उन्हें मौत के घाट उतार दिया था। बीच-बचाव में आए अपने साढू फहीमुद्दीन पर भी चाकू से कई वार कर उसे भी गंभीर रूप से घायल कर दिया था। परिजनों ने फहीमुद्दीन को घायल हालत में नहटौर तिराहा स्थित प्रयास हास्पिटल में भर्ती कराया था। फहीमुद्दीन को भर्ती कराने के बाद लगभग सभी परिजन सास, ससुर को सुपुर्देखाक के दौरान अपने घर लौट गए थे। अस्पताल में तीमारदारी में अस्पताल स्टाफ के अलावा चंद लोग ही मौजूद थे। देर रात करीब आठ बजे फहीमुद्दीन को उपचार के दौरान खून की जरूरत पड़ी, तो चिकित्सक ने मौजूद लोगों से तत्काल एबी प्लस ब्लड का इंतजाम करने को कहा। रात में जब कहीं से भी खून नहीं मिला, तो किसी परिचित ने विवेक सेन को फोन कर हास्पिटल में तत्काल खून की जरूरत की जानकारी दी। विवेक  सेन का ब्लड ग्रुप भी एबी प्लस है। विवेक गांव में आयोजित उस समय एक बैठक में व्यस्त थे। जैसे ही विवेक को इस बात की जानकारी हुई, तो वह बैठक को बीच में ही छोड़कर तत्काल प्रयास हास्पिटल पहुंचे तथा फहीमुद्दीन को खून देकर उसकी जान बचाई। देर रात फहीमुद्दीन के परिजनों के वापस लौटने पर जब उन्हें हिंदु युवक द्वारा खून देने की जानकारी हुई, तो उन्होंने विवेक सेन की मुक्त कंठ से सराहना की। विवेक सेन के इस दरियादिली की जानकारी मिलने पर देर रात तक घायल फहीमुद्दीन की मदद करने को विवेक सेन के समर्थक अस्पताल में ही मौजूद रहे। —इसी तरह एक बार स्योहारा मार्ग स्थित ग्राम हसनपुर पालकी में चिंगारी से कूड़ी में लगी आग तेज हवा के चलते कुछ ही समय में आसपास स्थित खेतों तक पहुंच गई। ग्रामीण जब तक कुछ समझ आग बुझाने का कोशिश करते आग ने कई घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया। सूचना मिलने पर जिला पंचायत सदस्य पद के प्रत्याशी विवेक सेन अपने समर्थकों सहित मौके पर पहुंच गए। विवेक के साथ आए युवा अपने हाथों में बाल्टी व अन्य उपकरण लेकर आग बुझाने में जुट गए। काफी देर बाद फायर बिग्रेड की गाड़ी भी मौके पर पहुंच गई। बाद में कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका।

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