Writer Kapil Kale is the author of the recently published book King Panigrahi The Spy. He is also a social worker and student.
Writer Kapil Kale is from Latur in Maharashtra and currently lives in Pune. He is a student of BBA, IB (bachelor of business administration and international business).
Kapil is a student as well as he is also a social worker, he is always ready for social service and service to the nation, he also works in a green Latur tree planting organization, along with him Kapil ji also sketches them well. Many awards have also been received for this and Kapil has also worked in many Anthology till now and has also participated in many writing competitions in which he has also got the writer of the month.
About the book King Panigrahi The Spy by Writer Kapil Kale
किंग पानिग्राही, यह कहानी है एक ऐसे जासूस की जिसके दिल की धड़कन किसी महबूबा के लिए नहीं, मां भारती के लिए धड़कती है. मां भारती का वह सपुत जिसने देश की रक्षा के लिए अपने संपूर्ण जीवन को समर्पित कर दिया…..!
कहानी शुरू होती है एक छोटे से शहर से जहां 25 साल का एक नौजवान देशभक्ति की आग लिए सीने में और कुछ कर दिखाने का जुनून लेकर तैयारी कर रहा है पुलिस में भर्ती होने की. यह कहानी है एक सामान्य से दिखने वाले पर असामान्य प्रतिभा लेकर जन्मे एक पुलिस अफसर की जो आगे जाकर मां भारती का अलौकिक कवच बना यह कहानी है उसके प्रेरणादायक सफर की
आशा करता हुं कि आपको यह कहानी पसंद आएगी और आपमें भी देशभक्ति की अलख जगाएंगी…..!
King Panigrahi The Spy बुक Writer Kapil Kale का ड्रिम प्रोजेक्ट है. कपिल को पहले से ही अपने राष्ट्र के प्रति इतना प्यार है कि ओ कुछ भी कर सकतै है जल्द ही इसका भाग 2 भी आने वाला है इस बुक को लिखने में उनको लगभग 1 साल का वक्त लगा था इस बुक को लिखने का यही मकसद है कि किंग पानीग्राही के जैसे आपके भी मन में देश के प्रति प्यार होना चाहिए और देश के खातीर कुछ भी कर दिखाने का जज्बा आप में निर्माण हो इस लिए यह बुक को लिखा गया है यह कहानी है एक सामान्य से दिखने वाले पर असामान्य प्रतिभा लेकर जन्मे एक पुलिस अफसर की जो आगे जाकर मां भारती का अलौकिक कवच बना यह कहानी है उसके प्रेरणादायक सफर की
_”चाहत तो बहुत है आसमान को छुने कि_
_तो क्या अगर पर नही है उडणे के लिये,_
_हम आसमा को झुकायेंगे_
_अपनी चाहत के लिए ……..!”_
— Kapil kale आशा करता हुं कि आपको यह कहानी पसंद आएगी और आपमें भी देशभक्ति की अलख जगाएंगी…..!